अनोखी चुदाई का मजा लिया

दोस्तो, मैं फेहमिना एक बार फिर आप सबके सामने अपनी नई सेक्सी स्टोरी लेकर हाजिर हूँ।
बहुत दिनों बाद आने के लिए माफी चाहती हूं मगर मैं किसी काम में फंस गई थी इसलिए नई कहानी नहीं ला पाई।
मगर आप लोगों ने मुझे मेल के जरिये अपना बहुत प्यार दिया है उसके लिए आप सबका बहुत बहुत धन्यवाद।

चलिए तो अब मैं अपनी कहानी पर आती हूँ।

यह कहानी बहुत विचित्र है। मैं जानती हूँ कि आप में से बहुत से लोग इस कहानी पर यकीन नहीं करेंगे। आज तक ऐसी कहानी अन्तर्वासना पर प्रकाशित नहीं हुई होगी।
फिर भी मैं अपनी कहानी जरूर बताऊँगी।

तो आप सब अपने कपड़े उतारकर नंगे हो जाइये और मेरी सेक्सी स्टोरी का मजा लीजिये।

दोस्तो, जैसे कि आप सब जानते ही हैं कि मैं सोशल मीडिया पर बहुत ज्यादा एक्टिव रहती हूँ।
तो ऐसे ही एक दिन मैं अपना इंस्टाग्राम यूज़ कर रही थी तो मुझे एक संदेश मिला, मैंने वो मैसेज खोला तो वो एक लड़की का मैसेज था, उसका नाम सलोनी था।
वो मेरी कहानी की बहुत बड़ी फैन है ऐसा उसने बताया था।

थोड़ी देर तक हम ऐसे ही बात करते रहे, फिर अचानक वो बोली कि वो मुझे और आयेशा को चोदना चाहती है।
पहले तो मुझे लगा कि वो कोई लड़का है मगर फिर उसकी बातों से लगा कि वो लड़की ही है।
फिर यह बात मज़ाक में खत्म हो गई।

फिर एक दिन वो बोली कि वो मुझसे मिलना चाहती है। तो मैंने उनको हाँ बोल दिया।
जब एक दिन हम मिले तो मुझे यकीन हो गया कि वो लडक़ी ही है। फिर हमारी अच्छी दोस्ती हो गई, मैंने आयेशा को भी सलोनी से मिलवाया। हम तीनों अब अच्छे दोस्त बन गए थे।

मगर कुछ दिन बाद मैंने नोटिस किया कि बात बात पर मेरे और आयेशा के कभी बूब्स दबा देती थी या कभी कभी वो हमारी गांड दबा देती थी।
मुझे लगा कि यह सलोनी लेस्बियन है।

फिर 1 दिन मैंने उसे घर बुलाया तो हमने खाना खाया और मूवी देखने लगे मूवी देखते देखते रात हो गई तो आयेशा ने सलोनी को रात को यहीं रुकने को कहा।
सलोनी तो शायद यही चाहती थी, वो रुक गई।

मैंने सोचा कि अगर सलोनी लेस्बियन है तो आज इसके साथ मजा करेंगे।

फिर हम तीनों एक ही बेड पर सोने लगे। रात को सलोनी का हाथ मैंने मेरे बूब्स पर महसूस किया। तो मैं झटके से उसका हाथ पकड़ को बोली- तू यह क्या कर रही है?
इतने में मेरी आवाज से आयेशा भी उठ गई।

सलोनी बोली- यार तुम मुझे जो समझते हो, मैं वो नहीं हूँ।
तब मैंने कहा- क्या मतलब है तेरा?
तो वो चुप रही, फिर कुछ देर बाद वो बिस्तर पर खड़ी हो गई और अपने कपड़े उतारने लगी।

जब वो ब्रा पेंटी में थी तो मुझे उसकी पेंटी में कुछ अजीब सा लगा। फिर उसने अपनी ब्रा भी उतार दी।

फिर वो ऐसे ही खड़ी रही तब आयेशा बोली- तू अपनी पेंटी भी उतार!
तो वो बोली- मैं चाहती हूँ कि मेरी पेंटी तुम दोनों में से कोई उतारे!

आयेशा उसके सामने आई और उसकी पेंटी की इलास्टिक पकड़ कर नीचे खींचने लगी।
जैसे ही आयेशा ने उसकी पेंटी नीचे खींची, तभी कोई चीज़ आयेशा की नाक पर लगी। जब उसके ऊपर देखा तो मेरी और आयेशा की आंखें फटी की फटी रह गई।

हमने देखा कि उसकी चूत नहीं थी बल्कि उसके लंड था।

हम दोनों को अभी तक यकीन नहीं हो रहा था कि यह कैसे हो सकता है। हालांकि मैंने और आयेशा ने शीमेल वाली ब्लू फिल्म बहुत देखी थी मगर हम सोचती थी कि ये शीमेल जैसा कुछ नहीं होता है।

हम दोनों अभी सोच में डूबे हुई ही थी कि सलोनी बोली- यार मैं शीमेल हूँ और मैं तुम दोनों को चोदना चाहती हूँ।
हम दोनों के मुँह से एक शब्द नहीं निकल रहा था।

फिर सलोनी ने नाइटी के ऊपर से मेरे बूब्स दबा दिए।
अब आयेशा के चहरे पर एक कातिलाना मुस्कुराहट आ गई, मैं समझ गई कि ये सलोनी से चुद कर रहेगी।

आयेशा अपने कपड़े उतार कर नंगी हो गई और उसने मेरी भी नाइटी उतार दी। अब कमरे में हम तीनों नंगे थे।

तभी सलोनी ने आयेशा को किस करना शुरू कर दिया और आयेशा ने उसका लंड पकड़ लिया और उसे सहलाने लगी।
फिर सलोनी ने मुझे पकड़ कर किस करना शुरू कर दिया, अब वो मेरे बूब्स चूसने लगी।

उधर आयेशा ने उसका लंड मुँह में डालकर चूसना शुरू कर दिया। सलोनी के लंड की लंबाई 4 से 5 इंच के बीच ही थी। मगर यह आयेशा का और मेरे पहला अनुभव था तो हमें मजा आ रहा था।

अब सलोनी ने मुझे नीचे लिटाकर मेरी चूत चूसनी शुरू कर दी। वो चूत चूसती हुई मेरे बूब्स भी दबा रही थी। फिर उसने मेरे ऊपर आयेशा को लिटा दिया अब वो मेरी चूत और आयेशा की गांड का छेद एक साथ चूस रही थी।
यह हम दोनों के लिए नया था तो अब हम दोनों को मजा आ रहा था।

अब आयेशा और मैं एक दूसरी के लिप्स चूस रही थी। फिर अचानक से मुझे आयेशा की चीख सुनाई दी ‘उम्म्ह… अहह… हय… याह…’ मैंने उठकर देखा तो सलोनी ने अपना लंड आयेशा की चूत में एक झटके में डाल दिया था।

अब सलोनी ने आयेशा की गांड पकड़ कर जोर जोर से झटके देने शुरू कर दिए। थोड़ी देर बाद उसने आयेशा की गांड पर थप्पड़ मार कर उसे मेरे ऊपर से हटा दिया और मेरी चूत में लंड डालकर मुझे चोदने लगी।

हालांकि सलोनी का लंड बड़ा नहीं था फिर भी उससे चुदने में अलग ही मजा आ रहा था।
सलोनी अब शायद झड़ने वाली थी तो वो जोर जोर से झटके मार रही थी।
फिर उसने मेरी चूत से लंड निकाल कर आयेशा के मुंह में डाल दिया, आयेशा ने चूसना शुरू ही किया था कि सलोनी उसके मुंह में झड़ गई।

मगर भी तक हम दोनों नहीं झड़ी थी तो हमारी आग अभी बाकी थी।

फिर सलोनी ने आयेशा को चूसने को बोला तो आयेशा ने उसका लंड चूसना शुरू कर दिया, अब वो बिस्तर पर लेट गई और आयेशा उसका लंड चूस रही थी तो सलोनी ने मुझे उठा कर मेरे चूतड़ अपने मुंह पर रख लिए और मेरी गांड का छेद चाटने लगी।
अब मुझे बहुत मजा आ रहा था।

फिर जब उसका लंड खड़ा हो गया तो उसने मुझे ऐसे ही आगे धक्का देकर मेरी चूत में लंड डालकर मुझे चोदना शुरू कर दिया।
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इस बार वो खतरनाक तरीके से मेरी चुदाई कर रही थी इसलिए मैं जल्दी झड़ गई। फिर उसने आयेशा को पकड़ लिया और अपना लंड आयेशा की गांड में डालने लगी तो आयेशा ने पीछे हाथ ले जाकर अपनी गांड का दरवाजा पूरा खोल दिया।

फिर सलोनी ने आयेशा की गांड पर थप्पड़ मारने शुरू कर दिए। इससे हर बार आयेशा की चीख निकल रही थी और उसकी गांड पूरी लाल हो चुकी थी। सलोनी ने अपना लंड उसकी गांड में डाल कर झटके देने शुरु कर दिए।
अब सलोनी और आयेशा दोनों हब्शियों की तरह चीख चीख कर चुदाई कर रही थी।

फिर सलोनी ने मुझे उठाकर आयेशा के ऊपर बिठा दिया और मेरे बूब्स चूसने लगी, नीचे से वो आयेशा की गांड का कचूमर निकाल रही थी।
तभी उसने मुझे भी आयेशा की ऊपर घोड़ी की तरह कर दिया अब उसके सामने ऊपर नीचे दो दो गांड के छेद थे वो बदल बदल कर हम दोनों बहनों की गांड मार रही थी।
फिर जब वो झड़ने वाली थी तो उसने सारा पानी मेरी गांड के ऊपर निकाल दिया।

अब वो थक कर लेट गई। मैं आयेशा के ऊपर से उठकर अपनी गांड धोने चली गई।

जब मैं वापस आई तो आयेशा उसकी बाहों में सो रही थी, सलोनी भी सो रही थी, फिर मैं भी सो गई।

रात को मैंने देखा कि आयेशा और सलोनी बिस्तर पर नहीं थी। मैं उन दोनों को ढूंढने लगी तो वो दोनों मुझे पूरे घर मे नहीं मिली।
उस वक़्त रात के 3 बजे थे। मैंने अपनी बालकनी का दरवाजा खोला तो आयेशा बालकनी की ग्रिल पकड़ कर कुतिया बनी हुई थी और सलोनी उसकी चूत मार रही थी।

सलोनी ने मुझे देखा तो उसने मुझे अपने पास खींच लिया और आयेशा के बराबर में मुझे कुतिया बनाकर चोदना शुरू कर दिया।

दोस्तो, खुले में चुदाई करने में अलग ही मजा आता है।

फिर वो मेरी गांड पर थप्पड़ मारकर मेरी चुदाई कर रही थी। उसकी चोदने की स्पीड गजब की थी। लगभग 30 मिनट तक हम दोनों को कि चोदने के बाद वो झड़ गई और फिर हम तीनों थकने की वजह से जाकर सो गई।

सुबह सलोनी को जल्दी जाना था तो वो हम दोनों को किस करके चली गई।

तो दोस्तो, कैसे लगी आपको यह सेक्सी स्टोरी? मुझे जरूर बताइएगा।
आप अपने विचार मुझे [email protected] पर मेल कर सकते हैं। साथ ही आप सब मुझसे facebook पर fehmina.iqbal.988 पर भी जुड़ सकते हैं।

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